रूटज़ोन+

रूटज़ोन+दानेदार व रूटज़ोन+अल्ट्रा

(वेसिकुलर आरब्स्कुलर माइकोराहिज़ा)

एचएस कोड: 31010099

पैकिंग: दानेदार 3Kg; पाउडर 100 ग्राम

जीवन अवधि: 2 साल

मात्रा: 3 किलो/एकड़; 100 ग्राम/एकड़

रूटज़ोन+ एक एंडो मैकोराहीज़ल पर आधारित जड़ों का फायदेमंद फफूंद है जिसे वेसिकुलर आरब्स्कुलर माइकोराहिज़ा भी कहा जाता है जो की टेरी-डी बी टी की जानकारी से बना जैविक खाद का उत्पाद है जिस में ग्लोमस इंट्राडिसेस के फफूंद के जीवाणु एफ सी ओ के मानकों के मुताबिक हैं।

कार्य करने की विधि:
माइकोराहिज़ा एक प्रकार का एंडोफाइटिक (एक फफूंद जो पौधे की कोशिकाओं में एक जीवन चक्र में प्रवेश कर उसे रोग रहित रखता है) बायोट्रॉफिक व् पारस्परिक सहजीवन का अधिकतर ज़मीन में और कुदरत में पाए जाने वाला फायदेमंद फफूंद है जिसे अपनी उत्तरजीविता के लिए जिन्दा कोशिकाओं की जरुरत होती है। एंडो माइकोराहिज़ा जिस पर रूटज़ोन+ आधारित है में VAM- फफूंद है जो की ज़मीन में और कुदरत में पाए जाने वाला फायदेमंद फफूंद का हिस्सा है। हाइफे अक्सर पौधों की जड़ों के साथ मेज़बान कोशिकाओं के साथ मिल कर लेन देन के सम्बन्ध में पौषक तत्वों के भंडार, बारीक बारीक नालियों का जाल बना देते हैं जिन से पौधा जड़ों द्वारा अधिक मात्रा में फॉस्फेट, नाइट्रोजन, पोटाश, कैल्शियम, मैग्नीशियम, ज़िंक, ताम्बा आदि आसानी से ग्रहण कर पौधे में संचार करता है और पौधे को निरोग रखने व सूखे की स्थिति में लम्बे समय तक सूखा सहने की शक्ति प्रदान करता है। इसका उपयोग सभी फसलों जैसे अनाज, दालें, सब्जियों, बागीचे, फूलों, आलू, गन्ना आदि में किया जा सकता है।

विशेषताएं व लाभ

मिट्टी में अघुलन रूप में पड़े और आसानी से पौधों को न मिलने वाले पौषक तत्वों को पौधों को प्रदान करता है। पौधों के कई पौषक तत्व खासकर फास्फोरस जो की पानी में तटस्थ मिट्टी में ही घुलते हैं। अधिक तेजाबी या खार वाली मिट्टी में फास्फोरस अक्सर लोहे. एल्युमीनियम, कैल्शियम या मैग्नीशियम आदि से मिलके अघुलन अवस्था में पड़ी रहती है और पौधों को उपलब्ध नहीं होती। माइकोराहिज़ा इसे मिट्टी में से जड़ों द्वारा पौधों को उपलब्ध कराने में अहम् भूमिका निभाता है बल्कि दूसरे तत्व जो आसानी से पौधों को नहीं मिल पाते उन्हें भी पानी में घोल कर पौधों को प्रदान करता है।

पौधे का तेजी से विकास, अधिक पैदावार यानी किसान भाइयों के लिए अधिक कमाई दरअसल दूसरे तत्वों का जो आसानी से पौधों को नहीं मिल पाते उन्हें भी पानी में घोल कर पौधों को प्रदान करना पौधे की भोजन बनाने की प्रक्रिया, ततवों का संचार व पौधे का पूर्ण रूप से विकास में मदद करता है जिस से किसान भाई पौधे का बढ़िया विकास व अधिक पैदावार पाते हैं और यहाँ तक की रासायनिक खाद के प्रयोग में कमी 30 से 50 प्रतिशत तक कर अपनी कमाई बढ़ा सकते हैं।

पौधे में प्रतिरोध की अधिक शक्ति होने से वह अक्सर निरोग रहता है या यूँ कह लीजिये की उसे कम बिमारी का प्रकोप होता है जैसे जड़ का गलना, कालर या तना गलन आदि।

 

पर्यावरण व वातावरण का दोस्त है।

 

उपयोग में आसान और मिट्टी में सुधार लाता है।

अनुकूलता

इसे दूसरे खेतीबाड़ी में इस्तेमाल होने वाले रासायनिक पदार्थों के साथ मिला के डाला जा सकता है। माइकोराहिज़ा कई रासायनिक पेस्टिसाइड्स को सहने योग्य है उधारण के तौर पर एंड्रिन, क्लोरडेन, मिथाइल पैराथीओन, मेथोमील, कार्बोफ्यूरान आदि, खरपतवार नाशक जैसे ग्लाइफोसेट,फुआजीफूबुटाईल, दूसरे फफूंदीनाशक जैसे कैप्टान, थाइरम, बेनोमिल, मैंकोजेब व जिनेब आदि।

इसका उपयोग दूसरे पौधों पर छिड़काव करने वाले रासायनिक खाद के साथ भी किया जा सकता है।

मात्रा और उपयोग की विधि

बीज उपचार

आलू के लिए:
200 ग्राम रूटज़ोन+ अल्ट्रा को 4 से 5 लीटर पानी में मिला लें।
किसान भाई अक्सर एक एकड़ में 25 से 30 बोरे आलू के बीज के इस्तेमाल करते हैं।
बीज को बोरे में से निकाल कर ज़मीन पे बिछा लें और रूटज़ोन+ अल्ट्रा के बनाये पानी के घोल को इन आलू के बीज के ऊपर दोनों तरफ अच्छी तरह छिड़काव करके लगा दें और खेत में बिजाई कर दें।

 

गेहूं के लिए:
किसान भाई अक्सर एक एकड़ में 40 किलो बीज डालते हैं ।
100 ग्राम रूटज़ोन+ अल्ट्रा को करीब आधा किलो पानी में मिला कर बीज के ऊपर छिड़काव कर दें या बीज पर हाथ से अच्छी तरह लगा दें और खेत में बिजाई कर दें।

मक्का और बाजरा के लिए:
किसान भाई अक्सर एक एकड़ में 8 किलो बीज डालते हैं ।
100 ग्राम रूटज़ोन+ अल्ट्रा को करीब 100 से 150 ग्राम पानी में मिला कर बीज के ऊपर हाथ से अच्छी तरह लगा दें और खेत में बिजाई कर दें।

गन्ने के लिए:
किसान भाई बिजाई के समय 200 ग्राम रूटज़ोन+ अल्ट्रा को 100 लीटर पानी में मिला कर एक एकड़ में लगने वाले सेट्स (पोरियों) पर लगायें।

 

 

 

 

 

 

भूमि उपचार

3 किलो रूटज़ोन+ दानेदार को 25-30 किलो गोबर की खाद / रेत / कम्पोस्ट में मिला कर एक एकड़ में खेत में बुरकाव कर दें और पानी से सिंचाई कर दें ताकि यह ज़मीन में चला जाए।

धान में इसका उपयोग खेत में खड़े पानी में आखरी जुताई के समय या पनीरी लगाने के बाद बुरकाव करके किया जा सकता है।

नोट: रूटज़ोन+ अल्ट्रा की मात्रा 100 ग्राम प्रति एकड़ है और रूटज़ोन+दानेदार की मात्रा 3 किलो प्रति एकड़ है पर आलू और गन्ने की फसल में रूटज़ोन+ अल्ट्रा की मात्रा 200 ग्राम या रूटज़ोन+दानेदार की मात्रा 6 किलो प्रति एकड़ डालें।